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Sunday, 11 September 2011

हिन्दी डॉयलाग की पैरोडी

अगर हो बीमार तो ढूंढ़ो केमिस्ट,

माई नेम इज खान एंड आइ एम नॉट ए टेररिस्ट…1


रात के दो बजे बजी घर की बेल,

मैंने गेट खोला, चौकीदार बोला ऑल इज वेल…2


करना पड़ता है अपने खर्चों पर काबू,

एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू…3


तुम बिन हम कैसे जी पाएंगे,

आएंगे मेरे करण-अर्जुन जरूर आएंगे…4


कॉल करने से पहले बैलेंस जांचना,

बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना… 5

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