वैसे तो अच्छी बातें, उपदेश या प्रवचन का नाम सुनते ही तथा कथित आधुनिक व्यक्ति नाक-मुंह सिकोडऩे लगता है, इससे यही जाहिर होता है कि उसकी इन सब बातों में कोई दिलचस्पी नहीं है, तथा इतना समय भी नहीं है।
बड़े बुर्जुगों और अनुभवियों का कहना है कि कुछ बातें पसंद न आने पर भी कर ही लेनी चाहिये-जैसे ठिठुरती ठंड में रजाई छोड़कर जल्दी उठ बैठना। यहां हम अनुभवों का निचोड़ कुछ ऐसी कीमती बातें दे रहे हैं जो जिंदगी को गहराई से जानने वाले ज्ञानियों ने नोट की हैं...
1. गुण - न हो तो रूप व्यर्थ है।
2. विनम्रता- न हो तो विद्या व्यर्थ है।
3. उपयोग- न आए तो धन व्यर्थ है।
4. साहस- न हो तो हथियार व्यर्थ है।
5. भूख- न हो तो भोजन व्यर्थ है।
6. होश- न हो तो जोश व्यर्थ है।
7. परोपकार- न करने वालों का जीवन व्यर्थ है।
8. गुस्सा- अक्ल को खा जाता है।
9. अहंकार- मन को खा जाता है।
10. चिंता- आयु को खा जाती है।
11. रिश्वत- इंसाफ को खा जाती है।
12. लालच- ईमान को खा जाता है।
13. दान- करने से दरिद्रता का अंत हो जाता है।
14. सुन्दरता- बगैर लज्जा के सुन्दरता व्यर्थ है।
15. दोस्त-चिढ़ता हुआ दोस्त मुस्कुराते हुए दुश्मन से अच्छा है।
16. सूरत- आदमी की कीमत उसकी सूरत से नहीं बल्कि सीरत यानी गुणों से लगानी चाहिये।
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